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डॉक्टर्स भी रह गए दंग! प्रेग्नेंसी में शकरकंद खाने का ये असर नहीं जानते होंगे आप!

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sweet potato in pregnancy benefits side effects and how to eat
sweet potato in pregnancy benefits side effects and how to eat

Sweet potato in pregnancy: गर्भावस्था के दौरान सही आहार लेना मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होता है। पोषण की कमी बच्चे के कम वजन (अंडरवेट) होने का कारण बन सकती है। इसीलिए गर्भवती महिलाओं को ऐसे खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है, जिनसे शरीर को आवश्यक आयरन, फोलेट और विटामिन बी प्राप्त हो। इन्हीं पोषक तत्वों से भरपूर एक सुपरफूड है शकरकंद (Sweet Potato)। यह गर्भ में पल रहे बच्चे की ग्रोथ को सपोर्ट करता है और मां के स्वास्थ्य को भी दुरुस्त बनाए रखता है। इस लेख में जानिए गर्भावस्था में शकरकंद खाने के फायदे (Sweet Potato in Pregnancy Benefits) और इसे डाइट में शामिल करने के सही तरीके।

गर्भावस्था में शकरकंद क्यों फायदेमंद है?

इस बारे में डायटीशियन और सर्टिफाइड डायबिटीज़ एजुकेटर डॉ. अर्चना बत्रा बताती हैं कि गर्भवती महिलाओं के लिए शकरकंद बेहद लाभकारी होता है। इसमें मौजूद फाइबर, बीटा कैरोटीन और विटामिन बी मां और बच्चे के स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल संतुलित रहता है, पाचन तंत्र मजबूत होता है और मॉर्निंग सिकनेस की समस्या कम होती है। इसे आप सूप, स्मूदी, फ्राइज़, उबालकर या रोस्ट करके खा सकती हैं।

गर्भावस्था में शकरकंद के 5 बड़े फायदे

1. प्राकृतिक विटामिन A का बेहतरीन स्रोत

शकरकंद बीटा-कैरोटीन से भरपूर होता है, जो शरीर में जाकर विटामिन A में बदल जाता है। यह विटामिन गर्भस्थ शिशु के हृदय, फेफड़ों, किडनी, त्वचा, आंखों और इम्यून सिस्टम के विकास में मदद करता है

2. फाइबर से भरपूर – पाचन तंत्र को रखे दुरुस्त

गर्भावस्था में कब्ज, एसिडिटी और ब्लोटिंग की समस्या आम होती है। शकरकंद में भरपूर फाइबर होता है, जो गट हेल्थ को सुधारने और पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में मदद करता है

3. ब्लड प्रेशर कंट्रोल में सहायक

शकरकंद में मौजूद पोटैशियम, इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को बनाए रखता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इससे मसल्स क्रैंप्स और गर्भावस्था में होने वाली अन्य जटिलताओं से बचा जा सकता है।

4. ब्लड शुगर कंट्रोल और एनर्जी बूस्टर

गर्भावस्था में स्टेबल एनर्जी लेवल बनाए रखना जरूरी है। शकरकंद में मौजूद कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट और लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Low GI) ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखते हैं और गैस्टेशनल डायबिटीज़ के जोखिम को कम करते हैं

5. फोलेट और विटामिन B9 से भरपूर

फोलेट (विटामिन B9) गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम के विकास में मदद करता है। इसके सेवन से स्पाइनल कॉर्ड संबंधित समस्याओं (Neural Tube Defects) का खतरा कम हो जाता है

कैसे करें शकरकंद को अपनी डाइट में शामिल?

गर्भावस्था में शकरकंद को कई तरीकों से डाइट में शामिल किया जा सकता है:

  • उबालकर या भूनकर स्नैक के रूप में खाएं।
  • सूप या स्मूदी में मिलाकर सेवन करें।
  • शकरकंद के परांठे या टिक्की बना सकते हैं।
  • बेक्ड या ग्रिल्ड स्वीट पोटैटो फ्राइज़ ट्राई करें।

निष्कर्ष

गर्भावस्था में शकरकंद एक संपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर सुपरफूड है। यह मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, पाचन को दुरुस्त रखता है और ब्लड शुगर व ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। हालांकि, किसी भी चीज की अधिकता से बचना चाहिए। अगर आपको शकरकंद खाने के बाद गैस, पेट दर्द या अन्य कोई दिक्कत महसूस हो तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें

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