दिमाग को नुकसान पहुंचा सकते हैं Headphone’s! रिसर्च में सामने आई डराने वाली सच्चाई

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Noise Cancellation Headphones Risks
Noise Cancellation Headphones Risks

Noise Cancellation Headphones Risks: आज के दौर में ज्यादातर लोग हेडफोन लगाकर ही अपना वक्त बिताते हैं, खासकर युवा वर्ग। हाल के वर्षों में Noise Cancellation Headphones का चलन तेजी से बढ़ा है। ये हेडफोन बाहरी शोर को खत्म कर एक बेहतरीन साउंड एक्सपीरियंस देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह तकनीक आपके दिमाग और सुनने की क्षमता पर बुरा असर डाल सकती है?

ब्रेन को नुकसान पहुंचा सकते हैं ये हेडफोन्स

यूके स्थित नेशनल हेल्थ सर्विसेज (NHS) के ऑडियोलॉजिस्ट ने चेतावनी दी है कि नॉइज कैंसलेशन हेडफोन के अधिक इस्तेमाल से Auditory Processing Disorder (APD) का खतरा बढ़ सकता है। यह समस्या तब होती है जब दिमाग को किसी शब्द या आवाज को समझने में कठिनाई होती है, खासकर तब, जब वह बाहरी शोर को बैकग्राउंड से अलग नहीं कर पाता।

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कैसे नुकसान पहुंचाते हैं नॉइज कैंसलेशन हेडफोन?

  1. ब्रेन का ऑडिटरी प्रोसेस कमजोर पड़ सकता है
    जब हम लंबे समय तक हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं, तो हमारा दिमाग सिर्फ उन्हीं ध्वनियों को प्रोसेस करता है जो हेडफोन के जरिए आती हैं। धीरे-धीरे यह बाहरी शोर को पहचानने और प्रोसेस करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
  2. न्यूरल पैटर्न में बदलाव
    लगातार नॉइज कैंसलेशन हेडफोन का इस्तेमाल मस्तिष्क की ध्वनि को समझने और प्रोसेस करने की प्रक्रिया को बदल सकता है। इससे व्यक्ति को सामान्य बातचीत के दौरान भी ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत हो सकती है।
  3. लंबे समय तक कानों में गूंज जैसी आवाजें
    कई बार लोग शिकायत करते हैं कि हेडफोन निकालने के बाद भी उन्हें कानों में हल्की गूंज या झनझनाहट महसूस होती है। यह संकेत है कि आपके कानों और दिमाग पर इसका असर पड़ने लगा है।

ज्यादा इस्तेमाल के साइड इफेक्ट्स

  1. चक्कर आना और संतुलन बिगड़ना
  2. ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
  3. घबराहट और बेचैनी महसूस होना
  4. कान में दर्द या सुनने की क्षमता पर असर
  5. नींद में बाधा और अनिद्रा की समस्या
  6. कानों में लगातार गूंजने वाली आवाजें (Tinnitus)

क्या करें?

  • लंबे समय तक हेडफोन का इस्तेमाल न करें।
  • वॉल्यूम को 60% से ज्यादा न बढ़ाएं।
  • हर 30 मिनट पर ब्रेक लें और कानों को आराम दें।
  • जब जरूरी हो तभी नॉइज कैंसलेशन मोड ऑन करें।
  • बाहर की आवाजों से पूरी तरह कटने के बजाय बैलेंस बनाए रखें।

अगर आपको लगातार कानों में दर्द, चक्कर, या गूंजने जैसी समस्या महसूस हो रही है, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें। आपकी सुनने की क्षमता और ब्रेन हेल्थ आपके हाथ में है, इसे हल्के में न लें!

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