Ayurvedic treatment for kidney: अगर आपको पेशाब में ज्यादा झाग दिखाई दे रहा है, तो इसे हल्के में न लें। यह कोई मामूली बात नहीं, बल्कि आपकी किडनी से जुड़ा एक बड़ा खतरा हो सकता है। शरीर के भीतर खून की सफाई करने वाला सबसे अहम अंग, गुर्दा (किडनी),जब ठीक से काम नहीं करता, तो इसका सबसे पहला संकेत यूरिन में ही दिखने लगता है।
आज की भागदौड़ और मिलावटी खानपान की ज़िंदगी में किडनी की सेहत को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। लेकिन राहत की बात यह है कि योग गुरु बाबा रामदेव ने किडनी को हेल्दी रखने का एक बेहद आसान और देसी नुस्खा बताया है, जो पूरी तरह आयुर्वेदिक है।
क्यों आती है पेशाब में झाग?
पेशाब में झाग आना सामान्य हो सकता है, लेकिन यदि यह लगातार और अत्यधिक मात्रा में हो, तो यह किडनी डिजीज का पहला लक्षण हो सकता है।
NCBI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब किडनी अपना काम ठीक से नहीं कर पाती, तो प्रोटीन पेशाब के रास्ते बाहर निकलता है और यही झागदार पेशाब का कारण बनता है।
खराब किडनी के अन्य लक्षण क्या हैं?
यदि झाग के साथ-साथ आप इन लक्षणों को महसूस कर रहे हैं, तो सावधान हो जाइए:
- चेहरे, हाथ-पैर या आंखों के नीचे सूजन
- भूख न लगना और थकान
- बार-बार या बहुत कम पेशाब आना
- यूरिन का रंग गहरा होना
- नींद न आना या बेचैनी
- जी मिचलाना, उल्टी जैसा महसूस होना
- शरीर में खुजली और जलन
किडनी डैमेज करने वाली आदतें
कई बार हम अनजाने में अपनी किडनी को नुकसान पहुंचाने वाली चीजें रोज़ाना कर रहे होते हैं:
- मिलावटी और प्रोसेस्ड फूड का अत्यधिक सेवन
- ज्यादा नमक या चीनी लेना
- दर्द निवारक दवाइयों का बार-बार उपयोग
- पानी कम पीना
- डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर को नजरअंदाज करना
यह भी पढ़ें: 99% Accurate! जानिए घर पर Pregnancy Test करने का सही समय और तरीका
बाबा रामदेव का देसी इलाज, एक पत्ता बनाएगा किडनी को हेल्दी
बाबा रामदेव ने अपने इंस्टाग्राम वीडियो में बताया कि सिर्फ एक पेड़ का पत्ता — पीपल — किडनी के लिए अमृत के समान है। उन्होंने कहा कि अगर सही तरीके से इसका सेवन किया जाए, तो किडनी फंक्शन में सुधार हो सकता है।
कैसे करें इस्तेमाल?
- 10 पीपल के पत्ते
- 10 नीम के पत्ते
इन दोनों का रस निकालें और पीएं। यह नुस्खा कई लोगों की किडनी कार्यक्षमता सुधार चुका है।
गर्मियों में फायदेमंद हैं ये 5 पत्ते – रामदेव की सलाह
रामदेव बाबा ने ऐसे 5 पत्तों के नाम बताए हैं जिन्हें कच्चा चबाना चाहिए:
- शीशम
- नीम
- पीपल
- एलोवेरा (घृतकुमारी)
- बेल
इन पत्तों का नियमित सेवन शरीर में ठंडक बनाए रखता है और यूरिनरी सिस्टम को दुरुस्त करता है।
अगर आप पेशाब में झाग, थकान या सूजन जैसे लक्षण देख रहे हैं, तो सतर्क हो जाइए। समय रहते पहचान और देसी उपचार से बड़ी बीमारी को रोका जा सकता है। और अगर आप प्राकृतिक और आयुर्वेदिक तरीके से किडनी को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो बाबा रामदेव का यह नुस्खा जरूर आजमाएं बिना किसी साइड इफेक्ट के।
Pingback: Vaginal Health बिगड़ने के ये 5 संकेत आपकी पूरी बॉडी को कर सकते हैं प्रभावित